Thursday, April 23, 2009

ईश्क

ईश्क

कहते है इस ईश्क को है दवा हर दर्द की
कोई हमे भी ये दवा पीला दे

कहते है नही चलती इस पर किसी खुदा की
कोई हमे भी इस खुदा से मिला दे

कहते है नही होती जन्नत भी इस दुनिया सी
कोई हमे भी ये दुनिया दिखा दे

कहते है नही लगती भूख-प्यास मोहब्बत मे,
कोई हमारी ये प्यास ही बुझा दे

कहते है इश्क मे नही मुकाम दूर कोई
हमे इस सफ़र मे दे दे साथ कोई

कहते है ये इश्क ज़ालिम इस दुनिया को भुला दे
तेरे प्यार मे सनम हम खुद को डूबा दे

कहते है लोग इश्क है सपनो की बात सारी
इस सपने मे हम बीतादे जिंदगी हमारी

कहते है इश्क मे मरना नही बात बुरी
कोई इश्क मे ले ले जान मेरी
कोई इश्क मे ले ले जान मेरी

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